Rosy’s
Heartbeat

Meet Rosy, a dedicated nurse working in a bustling corporate hospital in Gurugram. Originally from Kerala, Rosy’s journey from a fresh graduate to a seasoned professional is truly inspiring. Through her daily diary, she captures her soothing morning routines, the challenges and triumphs of her workday, and her enriching evening sessions with Talent MD skill development courses. Rosy's entries offer a unique glimpse into the life of a nurse, filled with care, learning, and growth. Aspiring nurses can draw inspiration from her experiences, discovering practical care giving strategies and the profound impact of compassionate nursing in healthcare. Follow Rosy's journey to see new opportunities to make a meaningful difference in patients' lives.

Back

Page 3

30-Nov--0001

Gurugram, India

तिरेपनवा दिन - संघर्ष और सफलता

सुबह मेरी आँख खुली। हल्की थकान के बावजूद, मैंने उठकर तैयार होना शुरू किया। नाश्ते में हल्का पोहा और एक कप कॉफी बनाई। मैं अस्पताल के लिए निकल पड़ी। सुबह एक नया मरीज आया - 60 साल के मिस्टर शर्मा। उन्हें सीने में तेज दर्द हो रहा था और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। मैंने तुरंत डॉक्टर को बुलाया और मिस्टर शर्मा के लिए आवश्यक टेस्ट की व्यवस्था की। जांच के बाद पता चला कि उन्हें हार्ट अटैक आया है। मैंने तुरंत आपातकालीन सेवा टीम को बुलाया और मिस्टर शर्मा को इमरजेंसी रूम में शिफ्ट किया। डॉक्टर ने एंजियोप्लास्टी करने का निर्णय लिया। एंजियोप्लास्टी के दौरान, मैंने डॉक्टर की मदद की और सभी आवश्यक उपकरण तैयार किए। मिस्टर शर्मा की हालत स्थिर हो गई और उन्होंने राहत की सांस ली। 

इस अनुभव ने मुझे सिखाया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित और सटीक कार्रवाई कितनी महत्वपूर्ण होती है। दोपहर में, मैंने अपनी नर्सिंग सुपरवाइजर, अरोग्या मैम से मुलाकात की। उन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया और मेरी मेहनत की सराहना की। उन्होंने बताया कि कैसे मेरी मेहनत और समर्पण अस्पताल के बाकी स्टाफ के लिए प्रेरणा है। अरोग्या मैम ने मुझे बताया कि मैंने बहुत अच्छा काम किया है और मुझे अपनी स्किल्स को और भी बेहतर बनाने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। उनका प्रोत्साहन मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण था और इसने मुझे और मेहनत करने की प्रेरणा दी। दोपहर एक और चुनौतीपूर्ण स्थिति आई। एक 45 साल की महिला, सुनीता, को अचानक दिल का दौरा पड़ा। वह बहुत डरी हुई थी और उसकी हालत गंभीर थी। मैंने तुरंत CPR देना शुरू किया और डॉक्टर को बुलाया। थोड़ी देर बाद, सुनीता की हालत स्थिर हो गई और उसे ICU में शिफ्ट किया गया। इस घटना ने मुझे सिखाया कि हर पल महत्वपूर्ण होता है और हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए।

 शाम को, मुझे डायलिसिस विभाग में भी मदद करनी पड़ी। एक मरीज को डायलिसिस की जरूरत थी और मैंने डॉक्टर की सहायता की। यह अनुभव मेरे लिए नया था, लेकिन मैंने इसे सफलतापूर्वक निभाया। घर पहुँचते ही, मैंने तुरंत अपना लैपटॉप खोला और Talent MD के माध्यम से "पीडियाट्रिक नर्सिंग" कोर्स का चौथा मॉड्यूल शुरू किया। इस मॉड्यूल में, मैंने बच्चों के विकासात्मक चरणों और उनकी देखभाल के बारे में सीखा। मैंने जाना कि नवजात शिशुओं की देखभाल, टीकाकरण और पोषण कैसे किया जाता है। इसके अलावा, मैंने बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास को समझने, उनके व्यवहार और भावनाओं को पहचानने और उनसे संवाद स्थापित करने के महत्वपूर्ण पहलुओं को सीखा। बच्चों की सुरक्षा और स्वच्छता का भी महत्व समझा। इस ज्ञान ने मुझे बच्चों की समग्र देखभाल और उनके स्वस्थ विकास में मदद करने के लिए तैयार किया। मैंने हल्के मूड में टीवी देखते हुए खाना खाया। इसके बाद, थोड़ा पढ़ाई करने का मन हुआ तो किताबें लेकर बैठ गई। 

आज का दिन काफी थका देने वाला था, लेकिन सीखने और अनुभव करने का भी एक मौका था। मैं अपने पेशे में और भी निपुण बन रही हूँ, और मुझे गर्व है कि मैं अपने मरीजों की सेवा कर रही हूँ। हर दिन की चुनौतियाँ और अनुभव मुझे और भी मजबूत और आत्मविश्वासी बना रहे हैं। 

शुभ रात्रि! 😊

Create Your
Free Candidate Profile

Make a Comment

Comments will be moderated

Submit only once

Talent MD Diaries

Day 211

चालीसवां दिन - एक जट|...........


Day 210

उनतालीसवां दिन - रोग|...........


Day 209

अड़तीसवां दिन - स्वा|...........


Day 208

सैंतीसवां दिन - चिकि|...........


Day 207

छत्तीसवां दिन - कठिन|...........


Day 206

पैंतीसवां दिन - नई त|...........


Readers Comments