Meet Anurag Sharma, a fresh MBA graduate in Hospital Management who has just started an exciting career as an Operations Manager at a private hospital in Dehradun. Anurag’s journey from a beginner to a skilled professional is full of challenges, growth, and inspiring moments.
Each day starts with an energetic morning routine, followed by handling various issues at the hospital, and ends with evening sessions learning Talent MD skill courses. Anurag’s daily diary captures these experiences, offering behind-the-scenes insights into hospital management, practical tips for overcoming challenges, and useful advice for improving efficiency and patient care.
12-Jul-2024
Dehradun, India
देहरादून की सुबह की ठंडी हवा और पहाड़ों का नजारा हमेशा की तरह मन को शांति देता है। आज का दिन बहुत ही खास था और मैं नई ऊर्जा और उत्साह के साथ अस्पताल के लिए निकला। हर दिन कुछ नया और अनोखा अनुभव लेकर आता है, और आज भी कुछ ऐसा ही होने वाला था।
सुबह 9 बजे अस्पताल पहुंचकर, मैंने अपने नियमित निरीक्षण का काम शुरू किया। आज का दिन विशेष था क्योंकि हमारे अस्पताल में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। यह कार्यक्रम खासतौर पर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल पर केंद्रित था। मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं इस कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को संभालूं और यह सुनिश्चित करूं कि सब कुछ सुचारू रूप से चले। कार्यक्रम की शुरुआत हुई और हमारे अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों ने गर्भवती महिलाओं और उनके परिवारों को स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं। इस दौरान, मैंने देखा कि एक युवा माँ, जो हाल ही में प्रसव के बाद अस्पताल आई थी, बहुत ही उदास और चिंतित दिख रही थी। मैंने तुरंत उसके पास जाकर उसके हाल-चाल पूछा। उसने बताया कि उसे अपने नवजात शिशु की स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंता हो रही है। उसकी आँखों में आँसू थे और उसने कहा कि वह अपने बच्चे की देखभाल कैसे करे, उसे समझ नहीं आ रहा। उसकी बात सुनकर मेरा दिल पिघल गया और मैंने उसे सांत्वना दी। मैंने उसे हमारे वरिष्ठ डॉक्टरों से मिलवाया और उसकी सभी चिंताओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। डॉक्टरों ने उसे बच्चे की देखभाल के बारे में विस्तार से बताया और उसे धैर्य बंधाया। इसके बाद, मैंने अपनी टीम के साथ मिलकर उसकी मदद करने का निर्णय लिया। हमने उसके लिए विशेष देखभाल सत्र आयोजित किया जिसमें उसे नवजात शिशु की देखभाल से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं।
दोपहर में, स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम के दौरान, मैंने एक छोटी सी कार्यशाला आयोजित की जिसमें गर्भवती महिलाओं और नई माताओं को बच्चे की देखभाल के बारे में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य था कि वे आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बन सकें। कार्यशाला के बाद, उस युवा माँ ने मेरे पास आकर धन्यवाद कहा। उसकी आँखों में अब चिंता की जगह आत्मविश्वास की चमक थी। उसने कहा कि अब वह अपने बच्चे की देखभाल बेहतर तरीके से कर सकती है। उसकी खुशी और संतोष देखकर मुझे बहुत खुशी हुई और मुझे अपने काम पर गर्व महसूस हुआ।
शाम को, जब मैं अपने पीजी में वापस आया, तो मैंने सोचा कि आज का दिन कितना खास था। एक छोटे से प्रयास ने किसी की जिंदगी में कितना बड़ा बदलाव ला दिया। इस अनुभव ने मुझे सिखाया कि हमारी छोटी-छोटी कोशिशें भी किसी के जीवन में बड़े परिवर्तन का कारण बन सकती हैं। जब मैं वापस आया, तो मैंने अपने दिनभर की घटनाओं के बारे में सोचा और अपनी डायरी में लिखा। मेरे पीजी लौटने के बाद, मैंने शाम को कुछ समय अपने शौक पूरे करने में बिताया। मैं अक्सर इस समय को गिटार बजाने, किताबें पढ़ने या योग करने में लगाता हूँ। आज मैंने योग का अभ्यास किया, जिससे मेरा मन और शरीर दोनों ही तरोताजा हो गए। योग के बाद, मैंने अपने पसंदीदा उपन्यास का एक अध्याय पढ़ा, जो एक रोमांचक मर्डर मिस्ट्री है। रात को, मैंने अपने लैपटॉप पर TalentMD का एक और मॉड्यूल पूरा किया। इस कोर्स ने मुझे प्रोफेशनल स्तर पर और भी कुशल बनाने में मदद की है। इसने मुझे यह सिखाया कि मरीजों की गोपनीयता और उनके डाटा की सुरक्षा कितनी जरूरी है। कल का दिन भी नई चुनौतियाँ और नई सीखें लेकर आएगा।
शुभ रात्रि! 😊 अनुराग शर्मा (लखनऊ से देहरादून तक, सपनों और मेहनत के साथ)
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09-Jul-2024 16:26:37
Muhammad Ahsan Majeed
I like it