Rosy’s
Heartbeat

Meet Rosy, a dedicated nurse working in a bustling corporate hospital in Gurugram. Originally from Kerala, Rosy’s journey from a fresh graduate to a seasoned professional is truly inspiring. Through her daily diary, she captures her soothing morning routines, the challenges and triumphs of her workday, and her enriching evening sessions with Talent MD skill development courses. Rosy's entries offer a unique glimpse into the life of a nurse, filled with care, learning, and growth. Aspiring nurses can draw inspiration from her experiences, discovering practical care giving strategies and the profound impact of compassionate nursing in healthcare. Follow Rosy's journey to see new opportunities to make a meaningful difference in patients' lives.

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12-Jul-2024

Gurugram, India

बारहवां दिन - एक नई सीख

आज का दिन कुछ अलग था। यह मेरे गुड़गांव के अस्पताल में बारहवां दिन था और मुझे ऐसा लगा जैसे मैं यहाँ पूरी तरह से बस चुकी हूँ। सुबह की ताजगी और हल्की ठंडी हवा ने मुझे एक नई ऊर्जा से भर दिया। अस्पताल पहुंचते ही, रोज़ की तरह हमारी त्वरित बैठक हुई। हमारी सुपरवाइजर, आरोग्या मैंम, और हमने दिन के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने हमेशा की तरह हमें प्रेरित किया। उन्होंने कहा, "रोज़ी, तुम्हारा काम बहुत अच्छा है। याद रखना कि हर दिन एक नया अवसर है कुछ नया सीखने और बेहतर बनने का।" उनके ये शब्द मेरे दिल को छू गए और मैंने ठान लिया कि मैं हर दिन कुछ नया सीखूंगी और अपने मरीजों की भलाई के लिए समर्पित रहूंगी। आज की सबसे बड़ी चुनौती आई जब दोपहर में एक नयी मरीज, मीना जी, आईं। उन्हें अचानक से बहुत तेज पेट दर्द हो रहा था और उनके शरीर में झटके आ रहे थे। उनकी स्थिति बहुत नाजुक थी। मैंने तुरंत ही डॉक्टर को बुलाया और उनकी जांच शुरू की। मीना जी को अपेंडिक्स का संक्रमण था और उन्हें तुरंत ऑपरेशन की आवश्यकता थी। इस मुश्किल घड़ी में, मैंने अपने अनुभव और ट्रेनिंग का इस्तेमाल किया। मैंने मीना जी को ऑपरेशन थिएटर में शिफ्ट किया और डॉक्टरों की सहायता की। ऑपरेशन के दौरान, मैंने डॉक्टरों के साथ मिलकर काम किया और सुनिश्चित किया कि सभी उपकरण सही स्थिति में हों और मरीज की निगरानी होती रहे। ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और मीना जी की हालत स्थिर हो गई। यह देख मेरा दिल खुशी से भर गया। यह अनुभव मुझे सिखाता है कि हमारी तत्परता और कौशल ही वह है जो वास्तव में अंतर ला सकते हैं। ऑपरेशन के बाद, मैंने अपनी टीम के साथ थोड़ी राहत की सांस ली। हमने एक साथ बैठकर इस घटना पर चर्चा की और सीखा कि कैसे ऐसी स्थितियों को और बेहतर तरीके से संभाला जा सकता है। शाम को, जब मेरी शिफ्ट खत्म हुई, तो मैंने अस्पताल की लाइब्रेरी में कुछ समय बिताने का फैसला किया। वहाँ मुझे अनु मिली। अनु ने मुझे बताया कि उसने फिर से एक नए कोर्स में एनरोल किया है और उसे ये कोर्सेज़ बहुत मददगार लग रहे हैं। घर लौटते समय, मैंने सोचा कि आज कुछ खास बनाऊं। मैंने अपने पसंदीदा डोसा और सांभर बनाने का सोचा। किचन में काम करते हुए मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। उसके बाद मेने थोड़ा टाइम मोबाइल देखने में बिताया। और फिर दिनभर के थकान से मुझे बहुत जल्दी नींद आ गई.। शुभ रात्रि!

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